तू मेरी हीर मैं तेरा राँझा
तू मेरी सोहनी मैं तेरा महीवाल
तू मेरी प्रीति मैं तेरा प्रीतम
तू मेरी रीति मैं तेरा राग
तू मेरे दिल में मैं जेल में
तू फूल मैं तेरा माली
जेल में मैंने सब्जी अगाली
आ जा जानू तेरा सब्जीवाला पुकारे
लौकी तोरी बन गोरी गले लटक जा रे
दुनिया की ऐसी की तैसी
जानू मेरी मर्जी रही सदा ऐसी ।
Check Also
Chhattisgarh में आत्महत्या: दुर्ग जिले में आत्महत्या के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, अब दो लोग और मारे
दुर्ग के कातुलबोर्ड थाना क्षेत्र के निवासी प्रतीक साहू ने अपने घर में फांसी लगाकर …
great article
Insightful piece
Excellent write-up