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काँवड़

मुख्यमंत्री धामी और उनकी पुलिस की काँवड़ मेला उपलब्धि

वीरेन्द्र देव गौड़ और रितेश चौहान हरिद्वार से लौटकर

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में डीजीपी अशोक कुमार की कमान में इस बार का सावन मेला यानी काँवड़ मेला शांति के साथ सम्पन्न हो गया। इस बार हरिद्वार में रिकार्ड तोड़ भोले के भक्तों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की। प्रचण्ड समागम के बावजूद सौभाग्य से कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई। हमारी टीम ने स्वयं 24 जुलाई रविवार को इस बात का गहनता से अध्ययन किया कि हरिद्वार में प्रबन्धन कर रही पुलिस का सहयोग सराहनीय था। पुलिस भयानक आपाधापी में भी पूरे सयंम का परिचय दे रही थी। हालाँकि, भोले की भक्तों की संख्या समुद्र का रूप ले चुकी थी लेकिन फिर भी पुलिस अपने काम को अंजाम देने की पूरी कोशिश कर रही थी। पाठकों को यह बता दें हालाँकि अपार संख्या में मौजूद भोले भक्तों के सामने पुलिस बल थोड़ा सा था। थोड़ा इस मायने में कि भोले के भक्त असंख्य थे। वे चाहते तो पुलिस को लाचार कर सकते थे परन्तु भोले के भक्तों ने पुलिस के साथ सहयोग का रवैया ही अपनाया। इसे भोले की कृपा कहें या भोले के भक्तों का व्यवहार। जो भी हो भोले के भक्तों ने भीड़ का रूप अवश्य दे दिया था लेकिन भीड़ में भी एक दूसरे का सहयोग ही किया। आक्रोश या गाली गलौज का कोई मामला सामने नहीं आया। सब भक्त भोले-भोले कह कर भीड़ में से रास्ता बना रहे थे। सोचिए अगर पुलिस लापरवाही दिखाती तो क्या अपार भीड़ को बेकाबू होने में कितनी देर लगती। इसका अर्थ यह नहीं कि भोले के भक्त काँवड़िए बेलगाम हो जाते। कहने का अर्थ यह है कि अगर कोई असामाजिक तत्व गड़बड़ी का खयाल करता तो क्या वह सफल हो जाता। ऐसा असामाजिक तत्व सफल हो सकता था लेकिन पुलिस चौकस थी। पुलिस से इतना सहयोग मिल पाना उल्लेखनीय है। क्योंकि पुलिस भी थकती है और उसे भी प्यास लगती है। पुलिस खोया-पाया की घोषणा में भी चौकस दिखाई दे रही थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की कर्मठता और डीजीपी अशोक कुमार की कार्यकुशलता की तारीफ की जानी चाहिए। हरिद्वार के एसएसपी, एसपी सहित सभी पुलिस वालों का अच्छा सहयोग रहा। देहरादून और ऋषिकेश में भी काँवड़ियों को हर तरह का सहयोग मिला। सावन के इस काँवड़िया कुम्भ की सफलता के लिए हरिद्वार के स्थानीय प्रशासन और वहाँ के कुछ संगठनों का भी योगदान सराहनीय रहा। कुल मिलाकर सरकारी और गैर सरकारी समन्वय से इस बार का काँवड़ डाक मेला निर्विघ्न सम्पन्न हो गया।

 

 

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