
सत्ता विरोधी लहर से मुकाबला करने के लिए कांग्रेस ने 22 विधायकों के टिकट काटे हैं। भाजपा ने भी दो विधायकों के टिकट काटकर पांच सौ सीटों पर अपना चेहरा बदल लिया है। नतीजतन, कुछ लोग क्षेत्रीय दलों में बहुत असंतुष्ट हैं और कुछ निर्दलीय हैं। भाजपा ने हिंदुत्व की पिच पर खेलने का इरादा साफ करते हुए बेमेतरा में सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए युवक के पिता को कैबिनेट मंत्री रविंद्र चौबे के खिलाफ टिकट दे दिया है। धर्मांतरण पर हिंदू मतदाताओं को खींचने का प्रयास किया है। कांग्रेस भी राम वनगमन पथ बनाकर हिंदुत्व को बचाने का दावा करती है।
पांच वर्षों में कांग्रेस ने जनता को छला
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2018 के चुनाव में कांग्रेस ने क्या वादा किया? उसने पिछले पांच साल में सिर्फ राज्य की जनता को छला है। छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग में चहेतों की भर्ती कर युवाओं के साथ ठगी की
– अरुण साव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
भाजपा ने टिकट प्रदान करते समय वोट बैंक देखा
भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है। हमने केजी से पीजी तक मुफ्त शिक्षा देने और कर्जमाफी कार्यक्रम को जारी रखने का घोषणा किया है। भाजपा ने टिकट वितरण में वोट बैंक देखा। हम बांटने की राजनीति नहीं करते।
– दीपक बैज, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस
बस्तर में मुख्यमंत्री बघेल ने कहा
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा को अपनाया है। बस्तर में बघेल ने कहा कि भाजपा के पास धर्म परिवर्तन और साम्प्रदायिकता केवल दो मुद्दे हैं। उनका काम दो समुदायों के भाइयों के बीच संघर्ष करना है। वे सिर्फ आपस में लड़ेंगे और वोट बटोरेंगे, काम नहीं करेंगे।