ऐ मेरे मन में बसे देश साँसों में चलते मेरे देशदेखा तूने ऐसा नरेश जिसने मुगलों की आँधी को अपनी छाती से रोका थाभारत के ढलते बाहुबल को खिन्न होकर धिक्कारा थाअकबर को ललकारा था।जिस गढ़ को देखने के लिये मचल रही मेरी आँखें जिस गढ़ को नमन करने को धड़क …
Read More »तीन तलाक का मौसम करीब आ गया है
अरे! तीन तलाक वालो भारत से कह दो औरतों की किस्मत तुम्हारी मुट्ठी में बन्द है।अरे!तीन तलाक वालो भारत से कह दो औरतों को डरा-धमका कर रखना तुम्हारी फितरत है।अरे!तीन तलाक वालो भारत से कह दो भारत के अन्दर कई पाकिस्तान बनाने हैं। अरे!तीन तलाक वालो भारत से खुलकर कह …
Read More »चिराग तले अँधेरा या समुद्र में टापू (वीर के दोहे)
भाजपा कह रही है नई पार्टी आप को हमारे जलते चिराग तले अँधेरा हैं आप तो। राष्ट्रपति चुनाव आयोग और देखो हाई कोर्ट को सब लगा रहे दुलत्ती कह रहे हट जाओ आप को। अश्वमेध का घोड़ा मोदी का थाम लेते हैं आप तो दिल्ली की सरहादों पर डट गए …
Read More »मोहम्मद अली जिन्नाह ओवैसी मीडिया का हीरो
मोहम्मद अली जिन्नाह ने 1947 में तोड़ा देशसन्त बापू और पंडित नेहरू की कमजोरियों को बनाकर केश। जानी आवैसी तुम मोहम्मद अली जिन्नाह को दोहराकर देश की आत्मा को लगा रहे हो ठेसपर मत भूलो जिन्नाह ओवैसी यह सुभाष चन्द्र बोस और भगत सिंह का है देश।रानी लक्ष्मीबाई और रानी …
Read More »सत्तर सालों में जिहाद की बम्पर खेती
जिहाद का बारूद बह रहाझेलम के बर्फीले पानी में जिहाद की डली घुल गई डल झील के अरमानों में कहते हो जिसे तुम कश्मीर का केसर उस केसर में सूँघो अब जिहाद का असर सेब कष्मीर के अपने रंग मे दिए जिहादी शैतानों ने खींच निकाली बाहर हर दिल से …
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