ऋषिकेश, 14 मई
डीएस सुरियाल
गजा तहसील के अन्तर्गत पट्टी पालकोट ग्राम उखेल हाल निवासी होशियारीपुर गढ़ी श्यामपुर गीता रावत (साक्षी) ने अपनी मां-पिता की मौत के दुख के बावजूद भी अपने घर के काम करने के साथ ही अपनी पढाई लिखाई नहीं छोड़ी। गीता के मां-पिता की आकस्मिक मृत्यु कुछ साल पहले हो गई थी। गीता की एक बड़ी बहिन और एक छोटा भाई है। जिनकी जिम्मेदारी गीता के साथ ही उनके दादा-दादी के ऊपर है। मगर मां-पिता की आकस्मिक मौत के बाद भी गीता ने हिम्मत नहीं हारी और घर के सभी काम करने के साथ-साथ अपनी पढाई लिखाई जा रखी। आखिरकार गीता की कड़ी मेहनत रंग लाई और उसने सीबीएससी की 12 वीं की बोर्ड परीक्षा में 96.2 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। जिसमें अंग्रेजी में 94, गणित में 97, भौतिक विज्ञान में 95, रसायन विज्ञान 98 व कम्प्यूटर साइंस में 97 अंक हासिल कर अपने परिजनों, गांव, क्षेत्र व विद्यालय का नाम रोशनी किया है। गीता ने 10 वीं में भी 97 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। गीता के दादा शूरवीर सिंह रावत ने बताया कि गीता बचपन से ही पढ़ने लिखने में अब्बल रही है वह हमेशा अपनी कक्षा में प्रथम रही है। बताया कि गीता के मां-पिता की मौत कुछ साल पहले हो गई थी। मगर गीता ने घर के कामकाज के साथ अपनी पढाई पर भी ध्यान दिया।
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