देहरादून (संवाददाता)। दून पुलिस महिला दुष्कर्म के मामलों को कितनी संजीदगी से लेती है इसकी बानगी रायपुर थाना क्षेत्र में सामने आयी है। पीडि़ता द्वारा दुष्कर्म के मामले में 24 दिन चक्कर लगवाने के बाद बीते रात जैसे तैसे मुकदमा दर्ज किया है, जबकि इस दौरान आरोपी पक्ष पीडि़ता और उसके परिजनों को धमकाने में जुटा रहा। मामला रायपुर थाना क्षेत्र का है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सहस्त्रधारा रोड निवासी एक महिला ने 21 जनवरी को पुलिस शिकायत प्रकोष्ठ में शिकायत दर्ज करायी कि उनको रायपुर निवासी उमेश द्वारा नौकरी लगवाने का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया है। महिला की शिकायत पर पुलिस ने कार्यवाही की बात तो कही लेकिन कार्यवाही के नाम पर कई दिन पीडि़ता को चक्कर कटवाये तब जाकर 24 दिन बाद मुकदमा दर्ज किया गया। बताया जा रहा है कि इस दौरान आरोपी उमेश द्वारा पीडि़त पक्ष को धमकिंया भी दी गयी है। सोचनीय सवाल यह है कि जिस राजधानी पुलिस के डीआईजी (पुलिस कप्तान) खुद रातों को सड़कों पर उतर कर कानून व्यवस्था का जायजा लेते दिखायी देते है उनके मातहत महिला अपराधों के मामलों को कितनी गम्भीरता से ले रहे है हैरत की बात है। बहरहाल पुलिस ने बीते रोज दुष्कर्म के इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है। सरकार जहंा एक ओर महिला अपराधों पर लगाम कसने के प्रयास कर रही है वहीं उनकी पुलिस महिला अपराधों के प्रति कितनी सजग है इसका पता दुष्कर्म के इस मामले से चलता है।
