
चंडीगढ़ । इराक के मोसुल में मारे गए सभी 39 लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 लाख रुपये सहायता राशि देने की घोषणा की है। बता दें कि 39 में से 38 लोगों के शव सोमवार को भारत लाए गए। इसके लिए विदेश राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह खुद इराक गए थे। हालांकि, इराक से लाए गए इन ताबूतों में शव की बजाय उनके सामान, बाल और हड्डियां थीं। इससे पहले भारत आने पर विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने परिजनों को ताबूत न खोलने की सलाह दी थी। उन्होंने बताया था कि सामान में केमिकल्स लगाए गए हैं, जो आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है। लंबे समय से अपनों का इंतजार कर रहे परिवारों को आंखों की चिंता कहां थी, उन्होंने ताबूत खोलने शुरू कर दिए। ताबूत में अपनों की हड्डियां और बाल देखकर वहां मौजूद हर शख्स बिलखकर रो पड़ा। जनरल वीके सिंह ने आतंकी संगठन आईएसआईएस द्वारा अगवा किए गए कुल 40 भारतीयों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इराक में आईएस द्वारा अगवा किए गए 40 भारतीयों का किसी भी दूतावास में कोई रेकॉर्ड नहीं था क्योंकि वे गैरकानूनी तरीके से ट्रैवल एजेंटों के जरिए वहां गए थे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार के पास कोई भी जानकारी होती तो इन लोगों को बचाया जा सकता था। मंगलवार को संसद भवन परिसर में पंजाब कांग्रेस के सांसदों ने मृतकों के परिजनों को नकद सहायता राशि दिए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किए थे।
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