प्रियांक कानूनगो, बाल अधिकारों से जुड़ी संस्था नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स (NCPCR) के अध्यक्ष, कहते हैं कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि मां-बाप अपने बच्चों से बात करें क्योंकि इससे परिवार संस्था मजबूत होगी। प्रियांक कानूनगो ने ये बात बुधवार को जमशेदपुर में एक कार्यक्रम में कही। परीक्षा पे चर्चा नाम से प्रधानमंत्री मोदी ने भी शुरुआत की है, जिसमें वह परीक्षा के दौरान तनाव झेल रहे बच्चों से बात करते हैं।
प्रियांक कानूनगो ने कहा कि आजकल सोशल मीडिया में पिता नहीं जानता कि उसके बच्चों के मित्र कौन हैं। वहीं बच्चों को अपने पिता के मित्रों के बारे में बहुत कुछ पता नहीं है। ऐसे में बच्चे अपने पिता से बात करने से घबरा जाते हैं, जो परिवार को कमजोर करता है। उन्होंने कहा कि बच्चों से बातचीत करना बहुत महत्वपूर्ण है। कानूनगो ने परिजनों से कहा कि वे अपने बच्चों के सोशल मीडिया के दोस्तों पर नजर रखें और उन्हें साइबर अपराध से भी बचाएं।
ये बातें जमशेदपुर में बाल मेला कार्यक्रम में प्रियांक कानूनगो ने कही। विधायक सरयू राय की संस्था ‘स्वर्णरेखा क्षेत्र विकास ट्रस्ट’ ने इस कार्यक्रम को आयोजित किया था। कार्यक्रम के दौरान विधायक सरयू राय ने कहा कि देश में बाल अधिकारों को बचाने के लिए पर्याप्त कानून हैं, बस उन्हें सही ढंग से लागू करना है। झारखंड चाइल्ड प्रोटेक्शन कमीशन की अध्यक्ष काजल यादव ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम बच्चों को उनके अधिकारों का ज्ञान देने में बहुत प्रभावी हैं।