टिहरी । राज्य के शिक्षक संघ के आहवान पर टिहरी जिले के नरेंद्र ब्लॉक मुख्यालय पर ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले विद्यालयों के शिक्षकों व शिक्षिकाओं द्वारा पुरजोर आंदोलन किया गया शिक्षक शिक्षिकाएँ सुबह से ही धरने पर बैठे रहे और अपनी मांगो के समर्थन मे नारेबाजी और भाषण करते रहे।
शिक्षकों की मांगे हैं कि प्रधानाचार्य की सीधी भर्ती निरस्त की जाए और पूर्व की भांति वरिष्ठता क्रम में एलटी से प्रवक्ता, प्रधानाध्यापक व प्रधानाचार्यो के रिक्त पदों पर पदोन्नति की प्रक्रिया पहले की भांति बहाल की जाए।
नाराज शिक्षकों ने प्रांतीय संगठन के आवाहन पर सोमवार को नरेंद्र नगर स्थित खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर में अपनी मांगों को लेकर जबरदस्त धरना प्रदर्शन करते हुए ,प्रदेश सरकार व शासन प्रशासन की विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।
विकासखंड के सुदूरवर्ती विद्यालयों से सामूहिक अवकाश लेकर धरना/प्रदर्शन में उमड़ी शिक्षक/शिक्षिकाओं की भारी भीड़ के लिए, बीओ कार्यालय परिसर कम पड़ने पर ,बड़ी संख्या में शिक्षक गैलरी में ही खड़े रहने को मजबूर रहे।
इस दौरान शिक्षकों ने बीओ कार्यालय परिसर में सभा करते हुए, मांगो के ना माने जाने पर सरकार व शासन प्रशासन के खिलाफ गहरी नाराजगी व्यक्ति की।
संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष अनिल कुकरेती ने कहा है कि विभाग में पहले एलटी के पद से प्रवक्ता, प्रधान अध्यापक हाई स्कूल तथा प्रधानाचार्य के पदों पर पदोन्नति हुआ करती थी।
मगर कुछ वर्षों पहले से प्रधानाचार्य के पदों पर सीधी भर्ती प्रक्रिया अपनाई जा रही है, जबकि उनके मुकाबले अनुभवी और योग्यता धारी शिक्षकों को पदोन्नति ना देकर, उनका मनोबल तोड़ा जा रहा है।
अध्यक्ष कुकरेती ने कहा कि वर्ष 2018 से संगठन प्रधानाचार्य के पदों पर सीधी भर्ती, और वरिष्ठता के आधार पर प्रवक्ता हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक तथा प्रधानाचार्यों के रिक्त पदों पर पदोन्नति से भरने की मांग करता जा रहा है, यही प्रक्रिया पहले भी थी।
इस प्रक्रिया को बहाल करने के लिए ,शिक्षक संगठन को अनेकों बार धरना प्रदर्शन करने पड़े हैं। सरकार शासन प्रशासन से त्रिपक्षीय वार्ता भी हुई है, मगर आज भी शिक्षकों की मांगों को नहीं माना गया है। कहा कि विगत 18 अगस्त से शिक्षकों की चाक डाउन हड़ताल जारी है।
सभा को संबोधित करते हुए संगठन के शाखा मंत्री संजय मंमगाई, उपाध्यक्ष प्रवीण पंवार, संगठन मंत्री डॉक्टर संध्या पंवार, जिला महामंत्री डा० बुद्धि प्रसाद भट्ट, संरक्षक बर्फ सिंह रावत, सुधा कांत गैरोला,पंकज ग्वाड़ी, रिंकी पंवार ने अपने संबोधन में चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जायज मांगों को नहीं माना गया तो शिक्षक सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे। और आवश्यकता पड़ी तो प्रदेश संगठन के आव्हान पर शिक्षक जेल भरो आंदोलन शुरू करने को मजबूर होंगे, लिहाजा सरकार दोनों औचित्य पूर्ण मांगों को क्रियान्वयन हेतु, जल्द शासनादेश जारी करें।
ताकि दोनों औचित्यपूर्ण मांगों के माने जाने पर शिक्षक मनोयोग से अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए, बच्चों को पढ़ाने में निर्वहन कर सकें।
आंदोलन में विश्व प्रकाश मेहरा, सतीश जोशी, सुनील कुमार सैनी, सोहनलाल भट्ट, आदित्य सिंह, श्री महिपाल सजवाण जितेंद्र पंवार,प्रकाश बहुगुणा, आरपी सती, ,जयप्रकाश नौटियाल ,अशोक कुमार,पुरुषोत्तम गौड़, मंजू चौहान, अंजना वर्मा, नवीन पंचपुरी, हेमलता देवरानी, मोहन चौहान ,देवेंद्र पुंडीर, राजीव गौतम, डॉ राकेश पांडे सहित बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थे।
