भोपाल (नेशनल वार्ता ब्यूरो)। मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने केंद्र सरकार से राजधानी भोपाल स्थित हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर आदिवासी समुदाय से संबंध रखने वाली रानी कमलापति के नाम पर रखने का अनुरोध किया है। इस संबंध में मध्य प्रदेश शासन द्वारा भारत सरकार के गृह मंत्रालय के लिए एक पत्र लिखा गया है।
इस पत्र में मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से कहा गया है कि 16वीं सदी में भोपाल क्षेत्र गोंड शासकों के आधीन था। ऐसा माना जाता है कि तत्समय गोंड राजा सूरज सिंह शाह के बेटे निजामशाग से रानी कमलापति का विवाह हुआ था। रानी कमलापति ने अपने पूरे जीवनकाल में अत्यंत बहादुरी और वीरता के साथ आक्रमणकारियों का सामना किया। उनके बलिदान के प्रति कृतज्ञता की अभिव्यक्ति स्वरूप 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में राज्य शासन द्वारा हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नामकरण रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के रूप में किए जाने का निर्णय किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को भोपाल के अपने दौरे में आधुनिक सुविधाओं से सज्जित हबीबगंज के नवनिर्मित रेलवे स्टेशन का लोकार्पण करने वाले हैं। मध्यप्रदेश के प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि विश्व-स्तरीय रेलवे स्टेशन के रूप में विकसित हो रहे भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन में प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति की झलक दिखेगी। हबीबगंज रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार एवं प्रतीक्षालय में मध्यप्रदेश के पर्यटन एवं दर्शनीय स्थलों, विशेषकर भोपाल शहर और भोपाल के आसपास जैसे भोजपुर मंदिर, साँची स्तूप, भीमबैठिका, बिड़ला मंदिर, सांकाश्यामजी, वीआईपी रोड, तवा डेम, जनजातीय संग्रहालय आदि स्थलों के चित्र प्रदर्शित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि साथ ही मुख्य द्वार के अंदर दोनों ओर की दीवार पर भील, पिथोरा पेंटिंग्स एवं अन्य आर्ट इफेक्ट्स प्रदर्शित किए जायेंगे। जनजातीय शिल्प कला के रूप में पेपरमेशी से निर्मित जनजातीय मुखौटे को मुख्य द्वार के सामने की दीवार पर लगाया जाएगा। शुक्ला ने कहा कि पर्यटन और पश्चिम मध्य रेलवे के अधिकारियों को फर्स्ट फ्लोर पर निर्मित यात्री प्रतीक्षालय में च्टूरिस्ट इंफॉर्मेशन लाउंजज् भी स्थापित करने और एक बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाने के निर्देश दिये गये हैं। इससे यात्रियों और पर्यटकों को प्रदेश के पर्यटन स्थलों की संपूर्ण जानकारी मिल सकेंगी। उन्होंने कहा कि इन्फॉर्मेशन लाउंज पर यात्रियों को पर्यटन और संस्कृति का लिटरेचर, लीफ़ लेट्स, ब्रॉशर, कॉफी टेबल बुक्स उपलब्ध होंगे।