नारी शक्ति पुलिस की देशभक्ति
-नेशनल वार्ता ब्यूरो-
उत्तराखण्ड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या जावलकर और प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार को शांति पूर्ण चुनाव प्रबंधन के लिए प्रदेश के लोगों को बधाई देनी चाहिए। भले ही राज्य का मतदान प्रतिशत 65 रहा हो लोगों में उत्साह नजर न आया हो लेकिन इन दो वरिष्ठ अफसरों के उत्साह में कोई कमी नहीं रही। राज्य से कहीं कोई अप्रिय घटना की खबर अभी तक नहीं है। मतदान शांति पूर्ण रहा। हालाँकि, उत्तराखण्ड शांत प्रदेशों में गिना जाता है। यहाँ गुंडागर्दी, उठाईगिरी और लूटपाट की वारदातें कभी-कभार ही प्रकाश में आती हैं। लेकिन फिर भी किसी भी प्रदेश की शांति वहाँ के नेतृत्व पर निर्भर करती है। चुनाव के दौरान नेतृत्व की बागडोर इन दो अफसरों के हाथों में रही जिसका अच्छा नतीजा सामने है। इन दो बड़े अधिकारियों में जबरदस्त समन्वय (co-ordination ) देखा गया है। जहाँ चाह वहाँ राह इसी को कहते हैं। बड़े अफसरों की सुस्ती और ढिलाई से अराजकता की शुरूआत होती हैं। शुरू से ही लगाम कस कर रखी जाए तो अधिकारी और कर्मचारी ढिलाई और लापरवाही से बचते हैं। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सौजन्या जावलकर की पहचान एक कर्मठ और लगनशील महिला अफसर के रूप में है जबकि पुलिस महानिदेशक कवि ह्नदय अधिकारी हैं। जो कि रौब गालिब करने से ज्यादा मिलनसार और सौम्य रहकर अपने दायित्व को निभाते है। पूर्व डीजीपी अनिल रतूड़ी भी अपनी सेवा काल में इसी स्वभाव के स्वामी रहे। उन्होंने भी पुलिस बल को सभ्य बनाने में बहुत बड़ा रोल निभाया था।   -सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला (वीरेन्द्र देव), पत्रकार,देहरादून। 
		
National Warta News