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सूचना विज्ञान के महानायक सुन्दर राजन पिचाई

वाह रे सूचना तकनीकी सम्राट सुंदर राजन पिचाई तूने गजब की महारथ है दिखाई

पद्म भूषण सम्मान से मौरल बूस्ट मिलेगा आईटी सैक्टर के युवाओं को

73वें गणतंत्र दिवस पर आईटी सैक्टर (IT Sector) के महानायक सुन्दर राजन पिचाई को सम्मानित करना एक कारगर कदम है। इस कदम से भारत के आईटी सैक्टर में कार्यरत युवाओं को भरपूर प्रेरणा मिलेगी। आईटी सैक्टर  सबसे तेजी से विकसित होने वाला सैक्टर है जिसमें युवाओं (youth) के लिए सम्भावनाएं भरी पड़ी है। सुन्दर पिचाई जैसा जुझारू और योग्य महानायक युवाओं को प्रेरित कर रहा है। उनका संघर्ष और उनकी सफलता भारत के लिए ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए चर्चा का विषय है। सूचना विज्ञान (information Science) और तकनीकि (technology) ही भविष्य का आधार है। भविष्य में मानव की प्रगति इसी तकनीकि  पर प्रमुखता (prominence) से निर्भर करेगी। सरकार का फैसला साफ संकेत है कि युवा इस सैक्टर में प्रतिभा (Talent) को निखारे और संसार के विकास में अपना योगदान दें। अब तो शुरूआती कक्षाओं से ही छात्र-छात्राओं को कम्प्यूटर विज्ञान (computer science) में महारथ (mastery) हासिल करनी की पूरी व्यवस्था की जानी चाहिए। किसी भी देश का भविष्य सूचना तकनीकि(information technology) एवं विज्ञान पर आ टिका है। नागरिक विज्ञान  से लेकर सैन्य विज्ञान (military science) और समुद्र विज्ञान (oceanography) से लेकर अंतरिक्ष विज्ञान (space science) सब जगह आईटी विज्ञान (IT Science) का बोलबाला होता जा रहा है।
जहाँ तक सुन्दर पिचाई का सवाल है वे इस समय गूगल (Google) में एक वरिष्ठ टेक्नोलॉजी एग्जीक्यूटिव (senior technology executive) है और सर्च इंजन कम्पनी गूगल (search engine company google) में प्रोडक्ट विभाग (product department) के मुखिया (chief) हैं। इन्होंने 2004 में गूगल ज्वाइन किया था। इन्हें तब उत्पाद प्रबंधन और नई खोज की जिम्मेदारी सौंपी गई। जिसके फलस्वरूप उन्होंने गूगल क्रोम(Google Chrome), क्रोम ओ एस (Chrome OS)और गूगल ड्राइव (google drive)जैसे आविष्कार(Invention)में अग्रणी (leading) भूमिका निभाई। यहीं नहीं इनके साथ-साथ पिचाई ने गूगल मैप्स (google maps)और जीमेल (Gmail) जैसे विकसित उत्पादों के एप्लीकेशन और विकास में भी नायक की भूमिका निभाई। 19 नवम्बर 2009 में सुन्दर पिचाई ने क्रोम ओ एस को कार्यांन्वित किया था। उसके बाद 2011 में क्रोम बुक का परीक्षण शुरू किया था। 2013 तक आते-आते एंड्राइड (android) जैसा आविष्कार भी पिचाई के अंतर्गत आने वाले उत्पादों में शामिल कर लिया गया। सुन्दर पिचाई की सूचना तकनीकि विज्ञान की यात्रा प्रगति पथ पर गतिशील है।
इनका जन्म 12 जुलाई 1972 (Born 12 July 1972) को तमिलनाडु की राजधानी चैन्नई में हुआ था। इनके पिता रघुनाथ पिचाई Father  एक ब्रिटिश कम्पनी में इंजीनियर रह चुके हैं। इस कम्पनी में इलैक्ट्रिकल (electrical) पुर्जे (parts) बनाने वाली यूनिट के प्रबन्धन (management) का जिम्मा इनके पिता के पास ही था। सुन्दर पिचाई ने दसवीं तक पढ़ाई जवाहर नवोदित विद्यालय से की। 12वीं की पढ़ाई भी चैन्नई से की। इसके बाद उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से मेटलर्जी (metallurgy) में बी टैक की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने मास्टर ऑफ साइंस (Master of Science) किया और पेनसिलवेनिया विश्व विद्यालय (University of Pennsylvania) से एमबीए की डिग्री ली। जाहिर है कि पिचाई ने संघर्ष और गहन अध्ययन से ही सफलता हासिल की। आज आईटी सैक्टर में उनकी कीर्ति से प्रभावित होकर ही भारत सरकार ने उन्हें उच्च नागरिक सम्मान से विभूषित किया है। आईटी सैक्टर के युवा अवश्य ही पिचाई के शानदार जीवन से शिक्षा लेंगे।

-सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला (वीरेन्द्र देव), पत्रकार,देहरादून


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