Breaking News

उत्तराखंड: मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने दिव्यांग रथ को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना

देहरादून (जि.सू.का)। आगामी सामान्य विधानसभा निर्वाचन-2022 की तैयारियों की समीक्षा के लिए उत्तराखण्ड आये भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा, निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार, अनूप चंद्र पाण्डेय व भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ अधिकारी, उत्तराखण्ड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या एवं जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ0 आर राजेश कुमार द्वारा मतदाता जागरूकता दिव्यांग रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। यह दिव्यांग रथ जनपद में विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में भ्रमण कर जनमानस को जागरूक करेगा।
जनपद अवस्थित होटल एलपी विला (रिजेंटा) के प्रागंण में राज्य के समस्त जनपदों द्वारा लगाये गये स्टाॅल का भी अवलोकन किया। इस दौरान निर्वाचन आयोग द्वारा जनपद देहरादून की चुनावी पत्रिका “भूली” निर्वाचन गाईड का विमोचन किया। इस दौरान मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चन्द्रा ने जनपद देहरादून के स्टाॅल “समग्र समावेशी एवं सुरक्षित मतदान का भी अवलोकन किया। जनपद देहरादून के स्टाॅल के अवलोकन के दौरान जिलाधिकारी डाॅ0 आर राजेश कुमार ने माननीय निर्वाचन आयुक्त को जनपद में चलाये जा रहे मतदाता जागरूकता कार्यक्रम की भी जानकारी दी। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने जिलाधिकारी /जिला निर्वाचन अधिकारी देहरादून डाॅ0 आर राजेश कुमार द्वारा जनपद वासियों से गढ़वाली भाषा में बढ़-चढ़कर मतदान में प्रतिभाग करने हेतु की गई अपील वीडियो संदेश का भी अवलोकन किया। देहरादून के स्टाॅल में प्रथम बार वोटर, युवा, महिला, बुजुर्ग, किन्नर, दिव्यांग आदि सभी वर्गों के मतदाताओं को जागरूक किए जाने हेतु सभी वर्ग के लोगों को भी स्टाॅल में उपस्थित कर सभी जनों को मतदान हेतु जागरूक किया गया। इस दौरान होटल एलपी विला के प्रांगण में विभिन्न माध्यमों नुक्कड़ नाटक, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं रंगारंग गुब्बारों से जनपदीय संस्कृति, बोली भाषा, कटपुतली स्वीप कार्यक्रम के माध्यम से शत-प्रतिशत मतदान करायें जाने संबंधी जन जागरूकता अभियान के प्रस्तुतीकरण का अवलोकन किया। जिलाधिकारी ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत निर्वाचन आयोग को बताया कि जनपद के सभी घरों में वोटर गाईड एक पोकेट बुकलेट वितरित किया जाएगा। इसमें वोटर रजिस्ट्रेशन, ईवीएम, वीवीपेट की जानकारी सहित सभी जरूरी जानकारियां उपलब्ध करायी जा रही है।

Check Also

Gyanvapi अध्ययन: ASI ने सर्वे रिपोर्ट देने के लिए तीन हफ्ते का अतिरिक्त समय मांगा, कल सुनवाई होगी।

ज्ञानवापी परिसर की सर्वे रिपोर्ट जमा करने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने जिला …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *