क्या नेटो हरकत में आएगा
-नेशनल वार्ता ब्यूरो-
ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रपति स्कॉट मोरिसन ने भी घोषणा कर दी है कि वह यूक्रेन की मदद करेगा। ऑस्ट्रेलिया यूक्रेन को लड़ने के लिए हथियार देगा। फ्रांस पहले ही रूस की आलोचना कर चुका है। वह बार-बार रूस को चेता रहा है कि वह विनाशकारी युद्ध को रोके। ब्रिटेन भी रूस के खिलाफ है। जर्मनी और अमेरिका भी रूस को सबक सिखाने की धमकियाँ दे रहे हैं। लेकिन कोई भी ताकतवर देश यूक्रेन की रक्षा के लिए उसकी ओर से युद्ध में शामिल नहीं हो रहा है। यूक्रेन को भरोसा था कि अमेरिका और साथी देश उसका साथ देंगे। लेकिन सबने यूक्रेन को जूझने के लिए अकेला छोड़ दिया है। ऑस्ट्रेलिया का रूस को हथियारों की मदद का आश्वासन शायद ही यूक्रेन के कुछ काम आए। इसके बावजूद यूक्रेन नेटो में शामिल होने कि इच्छा मन में पाले हुए रूस से दो-दो हाथ कर रहा है। -सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला (वीरेन्द्र देव), पत्रकार,देहरादून।