रात में डल झील लगती है अब परी लोक
परीलोक दिखने लगा है फिर से भारत का कश्मीर
दूर होने लगी है कश्मीरियों की तीन दशकों की पीर।
-नेशनल वार्ता ब्यूरो-
कश्मीर के हालात लगातार सुधर रहे हैं। वहाँ सुरक्षा का वातावरण बेहतर होता जा रहा है। लग रहा है अब कि कश्मीर भारत का भाल है और कश्मीर की डल झील अपने पुराने सौंदर्य में निखरती जा रही है। पर्यटक कश्मीर की ओर बेधड़क रूख कर रहे हैं। 1990 से पहले के हालात वापस लौट रहे हैं। कश्मीर पर्यटन के लिए संसार में मशहूर रहा है। कश्मीर की वही मशहूरियत फिर नज़र आने लगी है। पीर पांजाल (pir panjal mountains) पर्वत मालाओं की गोद में इतराती-इठलाती डल झील फिर युवा नज़र आ रही है। डल झील में पर्यटक नौकाएं (house boats) निश्चिंत होकर हिचकोले खा रही हैं। रात को रंग-बिरंगी रोशनी से जगमाती ये खुबसूरत नौकाएं डल झील के पानी में अपनी खूबसूरती देखकर मचल उठती हैं। रात का मनोहारी दृश्य झील को इस तरह जगमग कर रहा है जैसे परी लोक कश्मीर में उतर आया हो। सीमा पार से भेजे जाने वाले आतंकवादी अब कश्मीर घाटी में हावी नहीं हो पा रहे हैं। यह हालात भारत के साथ-साथ पूरे संसार के प्रकृति प्रेमियों के लिए एक अच्छी बात है। सन् 1990 से पहले घाटी में तमाम फिल्मों की शूटिंग हुआ करती थीं। स्थानीय दुकानदारों को आर्थिक लाभ होता था। अभी वह अच्छी स्थिति तो नहीं आई है लेकिन सुधार जारी है और ऐसा ही रहा तो कुछ सालों में फिर कश्मीर में फिल्मों की शूटिंग वाली बहार लौटेगी। कश्मीर के लोगों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी और रोजगार के अवसरों में बढ़ोत्तरी होगी। हिमपात भी कश्मीर की घाटियों और चोटियों में जारी है। पर्यटक इस हिमपात का आनंद उठा रहें हैं। डल झील लौटती शांति का संदेश दे रही है।
-सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला (वीरेन्द्र देव), पत्रकार,देहरादून ।